1 Chronicles 1 इतिहास
01. इस्राएल के ये पुत्र हुए; रूबेन, शिमोन, लेवी, यहूदा, इस्साकार, जबूलून, दान।
02. यूसुफ, बिन्यामीन, नप्ताली, गाद और आशेर।
03. यहूदा के ये पुत्र हुए: एर, ओनान और शेला, उसके ये तीनों पुत्र, बतशू नाम एक कनानी स्त्री से उत्पन्न हुए। और यहूदा का जेठा एर, यहोवा की दृष्टि में बुरा था, इस कारण उसने उसको मार डाला।
04. यहूदा की बहू तामार से पेरेस और जेरह उत्पन्न हुए। यहूदा के सब पुत्र पांच हुए।
05. पेरेस के पुत्र: हेस्रोन और हामूल।
06. और जेरेह के पुत्र: जिम्री, एतान, हेमान, कलकोल और दारा सब मिल कर पांच।
07. फिर कमीं का पुत्र: आकान जो अर्पण की हुई पस्तु के विषय में विश्वासघात कर के इस्राएलियों का कष्ट देने वाला हुआ।
08. और एतान का पुत्र: अजर्याह।
09. हेस्रोन के जो पुत्र उत्पन्न हुए: यरह्मेल, राम और कलूबै।
10. और राम से अम्मीनादाब और अम्मीनादाब से नहशोन उत्पन्न हुआ जो यहूदियों का प्रधान बना।
11. और नहशोन से सल्मा और सल्मा से बोअज,
12. और बोअज से ओबेद और ओबेद से यिशै उत्पन्न हुआ।
13. और यिशै से उसका जेठा एलीआब और दूसरा अबीनादाब तीसरा शिमा।
14. चौथा नतनेल और पांचवां रद्दैं। छठा ओसेम और सातवां दाऊद उत्पन्न हुआ।
15. इनकी बहिनें सरूयाह ओर अबीगैल थीं।
16. और सरूयाह के पुत्र अबीशै, योआब और असाहेल थे तीन थे।
17. और अबीगैल से अमासा उत्पन्न हुआ, और अमासा का पिता इश्माएली येतेर था।
18. हेस्रोन के पुत्र कालेब के अजूबा नाम एक स्त्री से, और यरीओत से, बेटे उत्पन्न हुए; और इसके पुत्र ये हुए अर्थात येशेर, शेबाब और अर्दोन।
19. जब अजूबा मर गई, सब कालेब ने एप्रात को ब्याह लिया; और जिससे हूर उत्पन्न हुआ।
20. और हूर से ऊरी और ऊरी से बसलेल उत्पन्न हुआ।
21. इसके बाद हेस्रोन गिलाद के पिता माकीर की बेटी के पास गया, जिसे उसने तब ब्याह लिया, जब वह साठ वर्ष का था; और उस से सगूब उत्पन्न हुआ।
22. और सगूब से याईर जन्मा, जिसके गिलाद देश में तेईस नगर थे।
23. और गशूर और अराम ने याईर की बस्तियों को और गांवों समेत कनत को, उन से ले लिया; ये सब नगर मिलकर साठ थे। ये सब गिलाद के पिता माकीर के पुत्र हुए।
24. और जब हेस्रोन कालेबेप्राता में मर गया, तब उसकी अबिय्याह नाम स्त्री से अशहूर उत्पन्न हुआ जो तको का पिता हुआ।
25. और हेस्रोन के जेठे यरह्मेल के थे पुत्र हुए: अर्थात राम जो उसका जेठा था; और बूना, ओरेन, ओसेम और यहिय्याह।
26. और यरह्मेल की एक और पत्नी थी, जिसका नाम अतारा था; वह ओनाम की माता थी।
27. और यरह्मेल के जेठे राम के ये पुत्र हुए, अर्थात मास, यामीन और एकेर।
28. और ओनाम के पुत्र शम्मै और यादा हुए। और शम्मै के पुत्र नादाब और अबीशूर हुए।
29. और अबीशूर की पत्नी का नाम अबीहैल था, और उस से अहबान और मोलीद उत्पन्न हुए।
30. और नादाब के पुत्र सेलेद और अत्पैम हुए; सेलेद तो नि:सन्तान मर गया। और अप्पैम का पुत्र यिशी।
31. और यिशी का पुत्र शेशान और शेशान का पुत्र: अहलै।
32. फिर शम्मै के भाई यादा के पुत्र: येतेर और योनातान हुए; येतेर तो नि:सन्तान मर गया।
33. योनातान के पुत्र पेलेत और जाजा; यरह्मेल के पुत्र ये हुए।
34. शेशान के तो बेटा न हुआ, केवल बेटियां हुई। शेशान के पास यर्हा नाम एक मिस्री दास था।
35. और शेशान ने उसको अपनी बेटी ब्याह दी, और उस से अत्तै उत्पन्न हुआ।
36. और अत्तै से नातान, नातान से जाबाद।
37. जाबाद से एपलाल, एपलाल से ओबेद।
38. ओबेद से येहू, येहू से अजर्याह।
39. अजर्याह से हेलैस, हेलैस से एलासा।
40. एलासा से सिस्मै, सिस्मै से शल्लूम।
41. शल्लूम से यकम्याह और यकम्याह से एलीशामा उत्पन्न हुए।
42. फिर यरह्मेल के भाई कालेब के ये पुत्र हुए: अर्थात उसका जेठा मेशा जो जीप का पिता हुआ। और मारेशा का पुत्र हेब्रोन भी उसी के वंश में हुआ।
43. और हेब्रोन के पुत्र कोरह, तप्पूह, रेकेम और शेमा।
44. और शेमा से योर्काम का पिता रहम और रेकेम से शम्मै उत्पन्न हुआ था।
45. और शम्मै का पुत्र माओन हुआ; और माओन बेत्सूर का पिता हुआ।
46. फिर एपा जो कालेब की रखेली थी, उस से हारान, मोसा और गाजेज उत्पन्न हुए; और हारान से गाजेज उत्पन्न हुआ।
47. फिर याहदै के पुत्र रेगेम, योताम, गेशान, पेलेत, एपा और शाप।
48. और माका जो कालेब की रखेली थी, उस से शेबेर और तिर्हाना उत्पन्न हुए।
49. फिर उस से मदमन्ना का पिता शाप और मकबेना और गिबा का पिता शबा उत्पन्न हुए। और कालेब की बेटी अकसा थी। कालेब के पुत्र ये हुए।
50. एप्राता के जेठे हूर का पुत्र किर्यत्यारीम का पिता शोबाल।
51. बेतलेहेम का पिता सल्मा और बेतगादेर का पिता हारेप।
52. और किर्यत्यारीम के पिता शोबाल के वंश में हारोए आधे मनुहोतवासी,
53. और किर्यत्यारीम के कुल अर्थात यित्री, पूती, शूमाती और मिश्राई और इन से सोराई और एश्ताओली निकले।
54. फिर सल्मा के वंश में बेतलेहेम और नतोपाई, अत्रोतबेत्योआब और आधे मानहती, सोरी।
55. फिर याबेस में रहने वाले लेखकों के कुल अर्थात तिराती, शिमाती और सूकाती हुए। ये रेकाब के घराने के मूलपुरुष हम्मन के वंश वाले केनी हैं।